What is ICSE Exam with Full Information? हाई हैलो नमस्कार दोस्तों हाई क्वालिटी एजुकेशन चाहते हैं। अब आप कहेंगे कोई पूछने वाली बात है। हाँ बिलकुल चाहते ही हैं क्योंकि हम में से हर स्टूडेंट यही तो चाहता है की उससे बहुत अच्छी एजुकेशन मिले ताकि शानदार कैरिअर बनाने की राह आसान हो जाए। इसलिए आज एक ऐसी काउन्सल और एक ऐसी एग्ज़ैम की बात करते हैं जैसे इंडिया और अब्रॉड वाइड रिकग्निशन मिला हुआ है। इस एग्ज़ैम का नाम है आइ सी एस सी एग्ज़ैम यानी इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन इग्ज़ैमिनेशन।
सीआईएससीई
उसके बारे में हम डिटेल में आगे जाने वाले हैं। लेकिन उससे पहले सीआईएससीई के बारे में बेसिक जानकारी लेना बेहतर होगा क्योंकि आई सी एस सी एग्ज़ैम को कंडक्ट करने वाली काउन्सल यही है। इसलिए आइए पहले इसके बारे में पूरी जानकारी लेते हैं। सीआइएससीई की फुल फॉर्म है काउन्सल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस और ये इंडिया में स्कूल एजुकेशन का नैश्नल लेवल प्राइवेट बोर्ड है। केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी एग्जाम सिस्टम को इंडिया में इस्टैब्लिश करने के लिए इसकी शुरुआत साल 1958 यानी की 1958 में हुई।
इंडिया और अब्रॉड में 2300 से ज्यादा स्कूल्स इससे एफिलिएटेड है और ये नॉन गवर्नमेंटल बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के तौर पर भी जाना चाहता है। इसका हेडक्वार्टर न्यू दिल्ली में है। ये बोर्ड इंडिया के पॉपुलर बोट्स में से एक है। ये काउन्सल स्टूडेंट की ओवरऑल ग्रोथ पर फोकस करती है, बैलेंस्ड करिकुलम प्रोवाइड कराती है और एक्साइटिंग लर्निंग ऑपर्च्युनिटीज भी ऑफर करती है। ये काउन्सल तीन एग्जाम्स कंडक्ट करती है।
आइ सी ए, सी
पहला है आइ सी ए, सी यानी आप जान चूके हैं इंडियन सर्टिफिकेट सेकन्डरी एजुकेशन, एग्ज़ैम ऑफ क्लास टेंथ
दूसरा ही एससी यानी इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जाम फॉर क्लास 12 और तीसरा ही सीबीई यानी सर्टिफिकेट फॉर वोकेशनल एजुकेशन एग्ज़ैम फ़ोर क्लास 12 आई होप की यहाँ तक आपको समझ में आ गया होगा की सीआईएससीई क्या है क्योंकि बहुत सारे स्टूडेंटस को यह कन्फ्यूजन रहता है की सीआईएससीई एक एग्ज़ैम है या कंडक्टिंग बॉडी और अक्सर स्टूडेंट सीआईएससीई और आईसीएससी कोसम ही समझ लेते हैं लेकिन अब तो आपका डाउट क्लियर हो चुका है क्योंकि अब आप जान गए हैं किसी आई एस सी एग्ज़ैम कंडक्टिंग बॉडी है।
यानी काउन्सल हैं और आइसीएससी इसके थ्रू एग्जाम्स में से एक एग्जाम्पल है। सिंपल चलिए अब आगे बढ़ते हैं और आपकी रिक्वेस्ट पर आईसीएसी एग्ज़ैम को डिटेल में जानते हैं ये एग्ज़ैम हर साल कन्डक्ट किया जाता है और ये यूज़्वली फरवरी से मार्च में कन्डक्ट होता है।
वो स्टूडेंट से इन्होंने सीआईएससीई एफिलिएटेड स्कूल से क्लास नाइनथ क्लिअर की हो। वो एग्ज़ैम को दे सकते हैं। आइसीएससी टेंथ एग्ज़ैम का ऐप्लिकेशन प्रोसेसर स्कूल्स के थ्रू होता है। आई सी आई सी का सिलेबस वेल स्ट्रक्चर्ड है और ये स्किल्स बिल्ड करने और प्रैक्टिकल नॉलेज गेन करने का फोकस करता है। ये एग्ज़ैम अपने ब्रॉड सिलेबस के लिए भी जाना जाता है और स्टूडेंट्स को हर एक सब्जेक्ट को इम्पोर्टेन्स देना होता है। क्योंकि सीआईएससीई बोर्ड हर सब्जेक्ट की डिटेल स्टडी पर फोकस करता है। और ऐसा करने का रीज़न ये है की हाइअर क्लास में स्टूडेंटस स्पेसिफिक सब्जेक्ट सिलैक्ट करने में फ्लेक्सिबल फील कर सके। इसके लिए उनके पास सफीशियंट नॉलेज हो। आईसीसी स्टूडेंटस के डेवलपमेंट के लिए इंटरनल असेसमेंट को भी इम्पोर्टेन्ट मानता है।
पैन्डेमिक की वजह से सिलेबस को रिड्यूस किया गया था और साल 2022 में एग्जाम्स को दो सेमेस्टर में कंडक्ट किया गया है। साल 2022 में सिलेबस को दो पार्ट्स में डिवाइड किया गया है। टर्म फर्स्ट एंड टर्म्स इसलिए एग्ज़ैम ड्यूरेशन भी कम की गई और टर्म पोस्ट में केवल मल्टिपल चॉइस क्वेश्चन्स होंगे तो टर्म सेकंड अन्य ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव दोनों तरह के क्वेश्चन्स होंगे। ज़मस के सब्जेक्ट्स को तीन ग्रुप्स में डिवाइड किया गया है। ग्रुप एक भी कंपलसरी सब्जेक्ट्स आते हैं। ग्रुप दो में दो या तीन सब्जेक्ट्स हो सकते हैं।
और ग्रुप तीन में कोई भी एक सब्जेक्ट चूज कर सकते हैं। सब्जेक्ट के अकॉर्डिंग हर एग्ज़ैम की टाइम ड्यूरेशन में वेरिएशन मिलता है। आइए इन ग्रुप्स के बारे में जान लेते हैं ग्रुप एक के कंपलसरी सब्जेक्ट में आते हैं पहला इंग्लिश लैंग्वेज इसके 80 मार्क्स होते हैं दूसरा हिस्टरी सिविक्स। इनके भी 80 मार्क्स होते है। तीसरा है जियोग्राफी। इसके भी 80 मार्क्स होते हैं 14 ए सेकंड लैंग्वेज। इसके 80 मार्क्स में से 40 मार्क्स सेक्शन ए के और 40 मार्क्स सेक्शन बी के होते हैं। ग्रुप एक के 20 मार्क्स इंटर्नल
असेसमेंट के होते हैं। आप जानते हैं ग्रुप दो के बारे में इसमें दो ऑप्शनल सब्जेक्ट लिए जाते हैं और इनमें से कोई भी दो सब्जेक्ट्स हो सकते हैं साइनस यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलोजी, एनवायरनमेंटल साइंस मैथमैटिक्स, कमर्शियल स्टडीज़ इकोनॉमिक्स, क्लासिकल लैंग्वेज, मॉडर्न फॉरेन लैंग्वेज। इनमें से सिलैक्ट किए गए दो सब्जेक्ट्स के 80 मार्क्स ईच होते हैं और 20 मार्क्स इंटर्नल असेसमेंट के होते हैं। ग्रुप तीन के लिए इनमें से एक ऑप्शनल सब्जेक्ट सिलैक्ट करना होता है। कमर्शल ऐप्लिकेशंस, इकॉनॉमिक ऐप्लिकेशंस, कंप्यूटर ऐप्लिकेशंस,
इन्वाइरन्मेन्टल ऐप्लिकेशंस, होम साइंस, आर्ट, फोर्मिंग आर्ट्स, फैशन, डिज़ाइनिंग, मॉडर्न फॉरेन लैंग्वेज, टेक्निकल ड्रॉइंग एप्लिकेशन्स, फिजिकल एजुकेशन और योग। तो ये एक सब्जेक्ट 50 मार्क्स का होता है और इंटरनल एग्जाम के 50 मार्क्स होते हैं। अब अगर आईसीसी के जेनरल एग्जाम पैटर्न को हम समझे तो इसमें इंग्लिश पोस्ट पेपर 2 घंटे का होता है, जो इंग्लिश लैंग्वेज स्किल्स के लिए होता है, जिसमें चार ब्रॉड क्वेश्चन्स होते हैं जो कॉंपोज़िशन लेटर राइटिंग, अनसीन पैसेज,
इंग्लिश ग्रैमर स्किल्स पर बेस्ट क्वेश्चन्स हुआ करते हैं। इंग्लिश सेकंड पेपर 2 घंटे की ड्यूरेशन का होता है जिसमें इंग्लिश लिटरेचर स्किल्स का टेस्ट होता है और इसमें दो सेक्शन्स में ड्रामा प्रो। सौर पोएट्री बेस्ट क्वेश्चन्स आते हैं। मैथ्स का पेपर ढ़ाई घंटे का होता है जिसके सेक्शन ए और बी के टोटल 80 मार्क्स होते हैं। हिंदी पेपर की ड्यूरेशन दो घंटा होती है और इसमें फर्स्ट सेक्शन स्टूडेंटस की लैंग्वेज स्किल्स को टेस्ट करता है तो दूसरा सेक्शन लिट्ररी स्किल्स को। फिजिक्स पेपर की ड्यूरेशन दो घंटा होती है और इसके दोनों सेक्शन्स के टोटल मार्क्स भी 80 होते हैं।
इसी तरह केमिस्ट्री और बायोलोजी पेपर्स का पैटर्न होता है। हिस्टरी एंड सिविक्स पेपर की ड्यूरेशन भी दो घंटा होती है और इसका सेक्शन ए दो पार्ट्स में डिवाइड होता है। फर्स्ट पार्ट में से विकास के शॉट क्वेश्चन्स होते हैं और सेकंड पार्ट में हिस्टरी के शोर्ट क्वेश्चन्स आते हैं। सेक्शन फ्री में भी दो पार्ट्स होते हैं जिनमें सिविक्स और हिस्टरी के लॉन्ग आन्सर टाइप क्वेश्चन्स होते हैं जो अगर आपकी पेपर की ड्यूरेशन भी दो घंटा होती है और इसके फर्स्ट पार्ट में दो क्वेश्चन्स होते हैं। मैप ऑफ इंडिया और सर्वे मैप ऐंड इट्स इन्टर्प्रिटैशन सेकंड पार्ट में पांच क्वेश्चन सॉल्व करने होते है।
कंप्यूटर पेपर की ड्यूरेशन भी दो घंटा होती है और इसके फर्स्ट सेक्शन में शोर्ट आन्सर टाइप क्वेश्चन्स होते हैं और सेकंड सेक्शन में प्रोग्राम राइटिंग क्वेश्चन्स, इन्वाइरनमेंटल साइंस, कमर्शियल स्टडीज़ एंड इकोनॉमिक्स पेपर में भी दो सेक्शन्स है। फर्स्ट सेक्शन में कंपलसरी शोर्ट क्वेश्चन्स होते हैं और सेकंड सेक्शन में से चार लॉन्ग आन्सर्स अटेम्प्ट करने होते है। क्लासिकल लैंग्वेज की बात करें तो इसमें मेनली एलिमेंट्री संस्कृत ग्रामर के क्वेश्चन्स होते हैं और स्मॉल प्रोसैस के ट्रांसलेशन और इंग्लिश टू संस्कृत सेन्टेन्स हुआ करते हैं।
मॉडर्न फॉरेन लैंग्वेज की बात करें तो उसमें फाइव क्वेश्चन्स होते हैं जिनमें अनसीन पैसेज, ग्लैमर लेटर, कंपोज़िशन और ट्रांसलेशन इंग्लिश लैंग्वेज में करनी होती है।